हाल-ए-दिल

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कोई पूछेगा हाल तो कह देंगें, सब अच्छा है,

दूर से हाल-ए-दिल पूछना, ये ख़याल अच्छा है,

 

पास बैठो तो सुनायें तुम्हें, राज़ जो छिपे हैं दिल में,

रो देता है सहारा पाकर, दिल अभी भी बच्चा है,

 

दिखावी दुनिया में कहने को तो दोस्त हैं बहुत,

नज़दीकी पर उन्हीं से है, दिल जिनका सच्चा है,

 

मासूम से दिल को रखो तुम अपने पास जनाब,

रुतबा उसका ही होता, दौलत की जिसकी चर्चा है,

 

मशहूर था बहुत वो, पर अब इस शहर में रहता नहीं,

सुना है उसके सर पे, लेनदारों का बड़ा कर्ज़ा है,

 

बड़े-बड़े नामों में अभी नाम अपना नहीं तो क्या,

बहुतों के दिल में कायम अपना भी एक दर्जा है।

 

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