उजाले तुम्हारे नज़ारे तुम्हारे,
हवाओं में ख़ुशबू तुम्हारे लिए है,
लरज़ती है जो मेरे सीने में हरदम,
ये धड़कन भी दिल की तुम्हारे लिए है,
दिलाऊं यकीं कैसे पल-पल में मेरे,
तुम्हारी ही यादें महकने लगी हैं,
जहां भर की खुशियां लुटाने की चाहत,
ख़यालों में अब आशियां कर गई हैं,
मोहब्बत की पाकीज़ा वादी में बिखरी,
फिज़ाओं की रंगत तुम्हारे लिए है,
लरज़ती है जो मेरे सीने में हरदम,
ये धड़कन भी दिल की तुम्हारे लिए है
सुबो शाम बीतें तुम्हे सोचकर ही,
ये सासें मुझे अब जरूरी नहीं हैं,
तेरे ख़्वाबों में यूँ लगे ऐसा दिल को,
के अब दरमियां कोई दूरी नहीं है,
तेरी हसरतों के समंदर में भीगे,
ख़यालात मेरे तुम्हारे लिए है,
लरज़ती है जो मेरे सीने में हरदम,
ये धड़कन भी दिल की तुम्हारे लिए है
लरज़ती है जो मेरे सीने में हरदम,
ये धड़कन भी दिल की तुम्हारे लिए है।